
परिचय एवं इतिहास
आईए आज हम एक ऐसे विश्वविद्यालय के बारेमे जानते है जो देश और विदेश मे संगीत एवं ललित कला की शिक्षा-दीक्षा के लिए प्रसिद्ध एवं प्रचलित है । यह है इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय जो की छत्तीसगढ़ राज्य के खैरागढ़ शहर मे स्थित है । यह हर वर्ष हजारों विद्यार्थी देश औरविदेश से संगीत की उच्च सिक्षा प्राप्त करने के लिए आते है । यह एक मात्र संगीत व कला की शिक्षा प्रदन करने वाली सबसे पुरानी यूनिवर्सिटी है जिसकी स्थापना 14 ऑकटूबर 1956 को हुई थी ।
इस विश्वविद्यालय को एक माता –पिता की अपनी पुत्री के लिए प्रेम का प्रतीक समझना अतिशयोक्ति ना होगी। राजकुमारी इंदिरा देवी संगीत एवं कला की प्रेयसी थी । 6-7 वर्ष की आयु मे उनका अकस्मात निधन हो गया , तब उनके पिता: राजा बीरेंद्र बहादुर सिंह जी एवं माता : रानी पद्मावती देवी जी ने अपने महल को विश्वविद्यालय बनाने के लिए दान कर दिया। राजकुमारी की याद मे आपके माता पिता ने इस विश्वविद्यालय को 1956 मे स्थापित किया ।
वर्तमान मे यह विश्वविद्यालय हर वर्ष होनहार छात्रों को तैयार कर रहा है। इस विश्वविद्यालय ने भारत रत्न लता मंगेशकर जी को एवं पद्म विभूषण जाकिर हुसैन जी को डी. लिट की उपाधि से नवाजा है । जो शिक्षा के छेत्र मे सबसे बड़ी उपाधि है ।
संगीत लाइब्रेरी / पुस्तकालय
यह पूरे विश्व की संगीत को समर्पित सबसे बड़ी लाइब्रेरी है। इस पुस्तकालय मे ऐसे दुर्लभ ग्रंथ व पुस्तके मौजूद है जो पूरे भारत देश मे उपलब्ध नहीं है । दूर दूर से लोग यहा की पुस्तके पढ़ने आते है ।

अन्य विभाग
यहा संगीत के साथ साथ नृत्य :कत्थक , ओडीशी ,भरतनाट्यम सिखाया जाता है । संस्कृत , हिन्दी एवं अंग्रेजी विभाग है ,। मूर्तिकला , चित्रकला, नाट्य कला (थिएटर ) विभाग भी उपलब्ध है । जहा आप उच्च शिक्षा प्राप्त कर इनमे से किसी भी फील्ड अपना भविष्य बना सकते है ।
कोर्सेस
गायन : बी पी ए (4 वर्ष )
एम ए (2 वर्ष )
सितार : बी पी ए (4 वर्ष )
एम ए (2 वर्ष )
तबला : बी पी ए (4 वर्ष )
एम ए (2 वर्ष )
वॉइलीन : बी पी ए (4 वर्ष )
एम ए (2 वर्ष )
सरोद : बी पी ए (4 वर्ष )
एम ए (2 वर्ष )
संस्कृत : बी ए (4 वर्ष )
एम ए (2 वर्ष )
हिन्दी : बी ए (4 वर्ष )
एम ए (2 वर्ष )
इंग्लिश : बी ए (4 वर्ष )
एम ए (2 वर्ष )
लोकसङ्गीत : बी पी ए (4 वर्ष )
एम ए (2 वर्ष )
भरतनाट्यम : बी पी ए (4 वर्ष )
एम ए (2 वर्ष )
ओडीशी : बी पी ए (4 वर्ष )
एम ए (2 वर्ष )
कत्थक : बी पी ए (4 वर्ष )
एम ए (2 वर्ष )
मूर्तिकला : बी पी ए (4 वर्ष )
एम ए (2 वर्ष )
फाइन आर्ट्स : बी पी ए (4 वर्ष )
एम ए (2 वर्ष )
यदि आप संगीत छेत्र मे आगे बढ़ना चाहते है और अपना कैरियर बनाना चाहते है तो यह विश्वविद्यालय आपके लिए एक अच्छा माध्यम हो सकता है।
आपका सांगीतिक भविष्य मंगलमय हो
धन्यवाद ।